Saturday, January 5, 2019

साहसी बच्ची


एक पाँच वर्षीया बालिका अपने मामा के यहाँ आई हुई थी। रात्रि में वह अपनी नानी के पास सो रही थी। अचानक उसे कुछ खटपट की आवाज सुनाई दी। उसने उठकर देखा कि अन्दर कमरे की तरफ से आवाज आ रही है।
धीरे–धीरे वह दबे पाँव उठी और अंधेरे में ही उस आवाज की तरफ बढ़ने लगी। उसने छेद से देखा कि अन्दर कोठरी में कुछ लोग सामान बाँध रहे हैं और कोठरी का दरवाजा बन्द है। वह फिर वापस अपने कमरे में गई। कमरे का ताला उठाकर चुपके से आई व कोठरी को बाहर से बन्द कर वापस नानी के पास आ गई, अब नानी को जगाकर सारी बातें बतार्इं।
नानी व उस बच्ची ने शोर मचा दिया। घर व गाँव वाले लोग इकट्ठे हो गये। पुलिस बुला ली गई। चोर पकड़ लिये गये।

उस बालिका को उसके साहस के लिए सरकार की ओर से पुरस्कार मिला। इस प्रकार गाँव के लोगों को उस बालिका के साहस के कारण आये दिन होने वाली चोरियों से मुक्ति मिली।
मुसीबत में साहस से काम लो


No comments:

Post a Comment