एक बार दो दोस्त जंगल की सैर करने निकले। उनका नाम रमेश तथा सुरेश था। उन लोगों ने तुरन्त मरे हुए प्राणी में प्राणों का संचार करने की विद्या सीखी थी। चलते–चलते रास्ते में एक शेर मिला, जिसे किसी शिकारी ने गोली से मार दिया था।
रमेश ने कहा–‘चलो प्रयोग करके देखें कि हम इस शेर को जीवित कर पाते हैं या नहीं।’
सुरेश ने कहा–‘पागल मत बनो। अगर यह शेर जीवित हो गया तो हम दोनों को मार कर खा डालेगा।’
सुरेश ने रमेश को बहुत समझाया, जब रमेश किसी तरह नहीं माना, तब सुरेश पेड़ के ऊपर चढ़ गया।
तब रमेश ने अपने प्रयोग द्वारा शेर को जीवित किया। जीवित होते ही शेर ने दहाड़ कर झपट्टा मारकर रमेश को मार डाला।
सुरेश अपने दोस्त की दुर्दशा देखकर उसकी मूर्खता पर आँसू बहाता रह गया।
ज्ञान का उपयोग विवेक के साथ करो।
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